ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस हमले में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इस अवैध हमले के लिए तेहरान के शीर्ष राजनयिक को इस्लामाबाद में बुलाकर विरोध दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि "ईरान के विमानों ने पाकिस्तान के बलोचिस्तान के पंजगुर जिले में एक गांव पर बम गिराए। इस हमले में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए।" उन्होंने कहा कि "यह एक अनुचित और अवैध हमला था, जिसने पाकिस्तान की संवैधानिक अखंडता और अभिक्षमता का उल्लंघन किया।"
प्रवक्ता ने कहा कि "पाकिस्तान ने ईरान के राजदूत को बुलाकर गंभीर नतीजों का चेतावनी दी है।" उन्होंने कहा कि "पाकिस्तान ने ईरान से आग्रह किया है कि वह ऐसी कार्रवाई से बचे, जो दोनों देशों के बीच शांति और सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है।"
ईरान की ओर से इस हमले का कोई आधिकारिक पुष्टिकरण नहीं मिला है। लेकिन ईरान के कुछ मीडिया रिपोर्टों ने दावा किया है कि ईरान ने आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर हमला किया है। जैश अल अदल ने पिछले साल ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड के 27 सैनिकों की हत्या का जिम्मा लिया था।
बलोचिस्तान एक विवादित और अशांत क्षेत्र है, जहां बलोच नागरिकों के अल्पसंख्यक दबाव और अन्याय के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं। इस क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के भी कई मामले सामने आए हैं।
ईरान और पाकिस्तान दोनों इस्लामिक देश हैं, लेकिन उनके बीच शिया-सुन्नी फूट और राजनीतिक मतभेद हैं। दोनों देशों ने अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई है और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने का वादा किया है।